मूल अभ्यर्थी का सुराग नहीं, दोनों आरोपी रिमाण्ड पर
- लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा में नकल व फर्जी अभ्यर्थी का मामला
जोधपुर.
एसओजी की सूचना पर लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा में नकल करते पुलिस के हत्थे चढ़े एक अभ्यर्थी और फर्जी परीक्षार्थी को अदालत ने रविवार को रिमाण्ड पर भेज दिया। उधर, मूल अभ्यर्थी का अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका।
चौहाबो थानाधिकारी लिखमाराम ने बताया कि प्रकरण में ब्ल्यूटूथ की मदद से नकल करने के आरोपी बाप थानान्तर्गत कानासर गांव निवासी श्रीराम पुत्र धन्नाराम बिश्नोई को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन के रिमाण्ड पर भेजने के आदेश दिए गए। वह दो ब्ल्यूटूथ की मदद से चौहाबो में सेक्टर ११ स्थित निजी विद्यालय में नकल करते पकड़ा गया था। उसे ब्ल्यूटूथ पर जो नकल करवा रहा था उस व्यक्ति के बारे में पूछताछ की जा रही है। आरोपी ने नकल करने के लिए पैंतीस सौ रुपए में दिल्ली से दोनों ब्ल्यूटूथ खरीदे थे।
सदर कोतवाली थानाधिकारी हरीश सोलंकी ने बताया कि नागौरी गेट की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में मूल अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देते गिरफ्त में आने वाले बाड़मेर जिले में सिणधरी थानान्तर्गत भलखाड़ी निवासी अचलाराम पुत्र मोटाराम जाट को अदालत ने दो दिन के रिमाण्ड पर भेजा है। उप निरीक्षक कृष्णचंद उससे पूछताछ कर रहे हैं। उसे फर्जी अभ्यर्थी के तौर पर परीक्षा देने के लिए पाली जिले में नेहड़ा निवासी दिनेश बिश्नोई ने भेजा था। बदले में चयन होने पर एक लाख रुपए मिलने वाले थे।
मूल अभ्यर्थी के आधार कार्ड से बनाया फर्जी आधार कार्ड
एसआइ कृष्णचंद का कहना है कि अचलाराम जाट जालोर जिले के चितलवाना थानान्तर्गत हेमा गुड़ा निवासी मोहनलाल मेघवाल की जगह परीक्षा देते पकड़ा गया था। मोहनलाल पकड़ में नहीं आ सका है। पकड़ में आने से बचने के लिए अचलाराम ने मोहनलाल के आधार कार्ड में मिक्सिंग कर खुद की फोटो लगा दी थी। यही वजह है कि प्रारम्भिक जांच में वह पकड़ में नहीं आया था, लेकिन एसओजी की पुख्ता सूचना के चलते उसे पकड़ लिया गया था।