पीएम के आह्वान पर कोविड के समय अपना गुल्लक तोड़ कर चार हजार रुपये जिला प्रशासन को दान देने वाली बच्ची को उसका सपना पूरा करने के लिए डीएम ने साइकिल और मोबाइल टैब गिफ्ट में दिया।कक्षा पाँच में पढ़ने वाले 10 वर्षीय सुहानी गुप्ता ने साइकिल खरीदने के गुल्लक में पॉकेट मनी से बचा कर जमा किये गए पैसे को कोरोना से लड़ाई के लिए मदत में दान दिया था।
मिर्ज़ापुर के शहर कोतवाली के पक्की सरैया की रहने वाली सुहानी गुप्ता को आज डीएम ने अपनी तरफ से कार्यालय में बुला कर उनके सपनों को साकार करने के लिए साइकिल और मोबाइल टैब अपने हाथों से दे कर सम्मानित किया।जिला मुख्यालय पर बुला कर साइकिल और टैब उसे दिया गया।बतादे कि इससे पहले सुहानी गुप्ता ने साइकिल खरीदने के लिए अपनी पॉकेट मनी एक-एक रूपया बचा कर गुल्लक में पैसा जमा किया था।मगर जब कोरोना महामारी के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना से लड़ने के लिए सभी बढ़ चढ़ कर आर्थिक मदत देने का आह्वान किया तो सुहानी ने कोरोना से लड़ाई के लिए साइकिल के पाने सपने को छोड़ देश के लिए जमा पैसे दान करने का फैसला किया।शहर कोतवाली थाने में चल रही अधिकारियों की पीस कमेटी कि बैठक में अपने अपने पिता के साथ थाने पहुच कर अपना गुल्लक वहां मौजूद सिटी मजिस्ट्रेट जगतम्बा सिंह को सौपा।और कहा कि इसको तोड़ कर जो भी पैसा मिले उसे पीएम रिलीफ फंड में जमा करवा दे।गुल्लक तोड़ने के बाद जब उसमे जमा पैसे की गिनती हुई तो चार हजार रुपया निकाला।जिसे कोविड के लिए बने पीएम रिलीफ फंड में जमा करा दिया गया था।डीएम सुशील कुमार पटेल ने आज सुहानी की प्रशंसा करते हुए अपने कार्यालय में उन्हें स्कूल जाने के लिए साइकिल और पढ़ाई के लिए मोबाइल टैब दिया।
सुहानी के द्वारा किये गए कार्यो की प्रशंसा करते हुए डीएम ने कहा कि साइकिल के लिए जमा अपने पैसे को उसने संकठ के समय देश के लिए दान दिया।आज हम सभी ने उनका सम्मान किया है।