दतिया। कहते है मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है। कुछ ऐसा ही उत्तर मध्य रेलवे में हुआ है। दरसअल लोको पायलट दीवान सिंह और अतुल आनंद दोनों गाड़ी संख्या E/box लोको 22668-23314 इटी लेकर 14/22 गए थे। इसी दौरान पटरी किनारे खेल रहे एक 15 साल के युवक ने साथ में खेल रहे 2 साल के बच्चे को उठाकर इंजन के सामने फेंक दिया। अचानक यह दृश्य देख पायलट घबरा गया उसने किसी तरह गाड़ी को रोका और नीचे उतर कर देखा तो छोटा बच्चा इंजन में फसा रो रहा था। इसके बाद पायलट ने बच्चे को बाह निकाला और जिस युवक ने फेका था उसे पकड़ लिया। लोको पायलट के अनुसार अचानक इंजन के सामने 2 साल के बच्चे को देख वह घबरा गया। उसने किसी तरह इंजन को रोका और बच्चे को बचाने उससे उतर गया। इंजन में फसा बच्चा किस तरह निकाला जाए यह सोच पायलट अतुल आनंद इंजन के नीचे घुसा और उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया।