आइए जानते हैं देश के पहले लाठी मोहल्ले के बारे में, क्या है इसकी खासियत
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कौशांबी. एक जमाना था जब लाठी व लठैतों के दम पर किसी को भी झुका दिया जाता था। आधुनिकता के इस दौर में सब कुछ बदला तो लाठियां भी गुजरे जमाने की चीजें होती चली गईं। हालांकि कौशांबी जिले में एक गांव ऐसा है जहां आज भी अपनी लाठियों के लिये मशहूर है। यहां की लाठियां यूपी के कई जिलों में बिकती हैं। इससे बड़ी संख्या में लोगों का रोजगार जुड़ा हुआ है। यही वजह है कि इसे लाठियों का मुहल्ला के नाम से जाना जाता है। प्रयागराज कानपुर हाईवे पर स्थित मूरतगंज कस्बे में लगभग दो दर्जन परिवार एक से बढ़कर एक बेहद खूबसूरत लाठी तैयार करते हैं। इनकी लाठियों की बिक्री कौशांबी समेत आसपास के एक दर्जन के बाजारों में होती है। बाकायदा मूरतगंज की लाठियां मांगी जाती हैं। कोई तीज त्यौहार होता है तो मेले में इनकी लाठियां खूब बिकती हैं।