दोपहर करीब ढाई बजे का समय था... राहुल गांधी अपनी बहन और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के साथ हाथरस की दुष्कर्म पीड़िता की मौत के बाद उसके परिजनों से मिलने जा रहे थे... यमुना एक्सप्रेस पर उनका काफिला पुलिस द्वारा रोक लिया जाता है... यहां जिस तरह हंगामा हुआ, झूमाझटकी हुई, एक बार तो राहुल गांधी जमीन पर भी गिर गए।
ये सभी दृश्य दिनभर गुरुवार को मीडिया की सुर्खियों में बने रहे। पुलिस ने इस आधार पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के काफिले को रोक दिया कि आपको आगे जाने की अनुमति नहीं है। इस बीच, राहुल और प्रियंका अपनी गाड़ी से उतरकर पैदल ही चल पड़े।
बाद में एक समय वह भी आया जब झूमाझटकी हुई, एक बार तो धक्का-मुक्की में राहुल गांधी गिर भी पड़े। लंबी बहस और हंगामे के बीच राहुल और प्रियंका को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। दोनों को पुलिस ने धारा 188 के तहत हिरासत में लिया है।
धक्का-मुक्की के दौरान जब राहुल गांधी को एक पुलिसकर्मी ने पीछे धकेला तो उन्होंने कहा कि देखो, ये है आज का हिन्दुस्तान। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मुझे धक्का दिया। लाठी मारकर नीचे गिरा दिया। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या इस देश में सिर्फ मोदी जी चल सकते हैं? एक आम आदमी पैदल नहीं चल सकता है क्या?
हालांकि बाद राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल से भी बाद में ट्वीट किया गया कि दुख की घड़ी में अपनों को अकेला नहीं छोड़ा जाता। यूपी में जंगलराज का ये आलम है कि शोक में डूबे एक परिवार से मिलना भी सरकार को डरा देता है। इतना मत डरो मुख्यमंत्री महोदय!