गाजीपुर में बिजली विभाग के द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने की वजह से पूरा जनपद अंधेरे में डूब गया है । जिसके बाद से ही आमजन बिजली और पानी के लिए परेशान नजर आ रहे हैं। ऐसे में जिला प्रशासन की जिम्मेदारी बढ़ जाती है और इसी जिम्मेदारी के तहत जिला अधिकारी द्वारा ठप हुई बिजली व्यवस्था को संविदा कर्मचारी, आउटसोर्सिंग कर्मचारी, राजस्व कर्मी, आईटीआई टीचर के दम पर अगले 2 से 3 घंटे में बिजली बहाल करने का दावा करते नजर आ रहे हैं । उन्होंने बताया कि पूरे जनपद में 69 फीडर के माध्यम से बिजली की आपूर्ति की जाती है जिसमें से 25 फिडर आपूर्ति आउटसोर्सिंग कर्मचारी और 44 फिडर की बहाली नियमित कर्मचारियों के द्वारा की जाती रही है। शहर की बात करें तो 4 फिडर पर बिजली आपूर्ति हो रही है जिसमें से दो आंशिक रूप से बिजली की आपूर्ति हो रही है जबकि दो पूर्ण रूप से ठप हो चुकी है इन सभी को बहाल करने की व्यवस्था की जा रही है साथ ही पानी की समस्या को देखते हुए शहरी इलाकों में टैंकर से पानी की सप्लाई की जा रही है इसके अलावा सभी पानी टंकी पर जनरेटर की व्यवस्था कर अगले 2 से 3 घंटे में पानी की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।
जिला अधिकारी आउटसोर्सिंग कर्मचारियों और अन्य कर्मचारियों के बल पर बिजली बहाल करने का दावा कर रहे हैं वही जब हमने पीरनगर के फीडर पर कार्यरत आरटीआई के कर्मचारी जिन्हें बिजली बहाली के ड्यूटी में लगाया गया है। उनसे बात किया गया उन्होंने सब बताया कि उन लोगों को फाल्ट के बारे में कुछ समझ में नहीं आ रहा है क्योंकि यह फालट फीडर में नहीं बल्कि बाहर से है है।