नवरात्री में हम माता की पूजा करते है और दूसरी तरफ स्त्री जो माता का ही सवरूप है, उससे हर मुमकिन तरीके से प्रताड़ित करते है। इस नवरात्री देखते है समाज के २ चेहरे एक जो देवी की आराधना करता है दूसरा जो महिला को प्रताड़ित करता है।