जहां एक ओर प्रदेश सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम करते हुए भ्र्ष्टाचार खत्म करने की बात कर रही है तो वहीं दूरी ओर उसके ही अधिकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं सुविधा शुल्क लेकर लोगों का काम कर रहे हैं और जो शब्द असर का नहीं देता उनका कोई काम नहीं किया जाता । ऐसे ही एक मामले में उप स्वास्थ्य केंद्र में तैनात पीटीएम ने गर्भवती महिला की डिलीवरी कराने के नाम पर रिश्वत मांगी और जब रिश्वत मिली तब उसकी डिलीवरी कराई गई जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हड़कंप मच गया। एएनएम की रिश्वतखोरी का ताजा मामला
ब्लाक मड़ावरा क्षेत्र के अंतर्गत जामनी बांध स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र का है।
मिली जानकारी के अनुसार सदर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत मोहल्ला चंडी माता गांधी नगर निवासी गर्भवती उषा पत्नी पवन कुशवाहा अपने मायके ग्राम पटना गई थी । वहीं उसका पेट दर्द करने लगा और उसे उसका भाई पुष्पेंद्र कुशवाहा लेकर जामनी बांध उप स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गया जहां उसे वहां पर तैनात एएनएम मिली। उसने जब वहां तैनात एएनएम से अपनी बहन का प्रसव कराने की बात कही तो ड्यूटी पर तैनात एएनएम ने उससे सुविधा शुल्क के रूप में 2000 रुपयों की मांग की । जिस पर उसने एएनएम को सुविधा शुल्क दे दिया लेकिन वहीं पर उसका सुविधा शुल्क देते हुए वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। रिश्वतखोरी का वीडियो वायरल होती ही स्वास्थ्य महकमे में भी हड़कंप मच गया । हालांकि इस मामले में सीएमओ डॉ प्रताप सिंह ने कार्यवाही करते हुए उप स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एएनएम को पद से हटाते हुए जांच करवाने की बात कही है।