जयपुर। कोरोना महामारी के दौरान चिकित्सा महकमे में आखिरी लेवल के कर्मचारी से लेकर बड़े अधिकारी, चिकित्सक तक कोरोना वॉरियर्स के रूप में काम कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी कई कर्मचारियों की अनदेखी सरकार लगातार कर रही है। इन्हीं में से एक हैं सवाई मानसिंह चिकित्सालय में कार्यरत नवचयनित 143 नर्सेज, जो वेतन को तरस रहे हैं। नर्सिंग भर्ती 2018 के पद स्थापित 143 नर्स ग्रेड द्वितीय नर्सेज को इस माह भी वेतन नहीं मिला है। दिवाली पर जहां कर्मचारियों को बोनस की उम्मीद होती है, वहीं इन नर्स को वेतन भी नहीं मिल पा रहा है।
वेतन बना ही नहीं
नर्सिंग भर्ती 2018 ग्रेड द्वीतिय संघर्ष समिति के संयोजक मनोज मीणा दुब्बी ने बताया कि हमारी नियुक्ति 5 अगस्त 2020 को नियमित पद पर हुई जबकि 28 अप्रैल 2020 को हमारे नियुक्ति आदेश राज्य सरकार द्वारा कर दिए गए थे। कोविड-19 वैश्विक महामारी में लगातार सेवा देने के बाद भी वेतन नहीं दिया गया है। हम लगातार लेखा शाखा विभाग में जाकर कह रहे हैं कि हमारा वेतन बना दें, मगर हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही।
दूसरी ओर, एम्बुलेंस कर्मियों को प्रोत्साहन
वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार ने आदेश जारी कर 108 और 104 एम्बुलेंस कर्मियों के लिए प्रोत्साहन राशि जारी कर दी है। विभाग को यह राशि दे दी गई है, ताकि दिवाली से पहले एम्बुलेंसकर्मियों को यह राशि दे दी जाए। एनएचएम के मिशन निदेशक नरेश कुमार ठकराल ने यह राशि देने के लिए आदेश दे दिए हैं। इन कर्मियों को 500 रुपए की प्रोत्साहन राशि मिलेगी। राष्ट्रीय मिशन के तहत इंटीग्रेटेड एम्बुलेंस प्रोजेक्ट का संचालन सेवा प्रदाता कंपनी जीवीके ईएमआरआई के अधीन काम कर रहे एम्बुलेंस कर्मियों को यह राशि दी जाएगी। 1117 ईएमटी और 2791 एम्बुलेंस चालकों के हिसाब से 19 लाख 54 हजार की राशि जारी की गई है।