उत्तर प्रदेश में जबसे योगी आदित्यनाथ की सरकार सत्ता में आयी है तबसे प्रदेश में फर्जी दस्तावेजों पर सरकारी नौकरी करने वाले लोगों के दुर्दिन आ गए हैं और एक के बाद एक ऐसे लोगों की सेवाएं समाप्त हो रही है इसी क्रम में आज बाराबंकी में एक फर्जी शिक्षक को यूपीएसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है और बीएसए ने इस फर्जी शिक्षक को बर्लहस्त कर दिया । बीएसए ने माना कि इस फर्जी शिक्षक के शैक्षिक दस्तावेज फर्जी थे और जो असली है उसकी सेवाएं महराजगंज जनपद में चल रही है ।
बाराबंकी जनपद के विकासखंड पूरेडलयी में एक फर्जी दस्तावेजो के आधार पर पिछले 9 वर्षों से नौकरी करने वाले फर्जी शिक्षक सूरज कुमार उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया । इस फर्जी शिक्षक को गिरफ्तार करने और कानूनी कार्यवाई करने का आदेश महानिदेशक स्कूल शिक्षा की ओर से दिया गया था । आदेश मिलने और गिरफ्तारी होने के बाद बाराबंकी के बीएसए ने सूरज उपाध्याय को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है । बीएसए के अनुसार सूरज पिछले नौ वर्षों से शिक्षक की नौकरी कर रहा था और इस नाम का असली व्यक्ति महराजगंज जनपद में नौकरी कर रहा है । यहाँ नौकरी करने वाले का असली नाम सुभाष पाण्डेय है और यह संतकबीरनगर जनपद का रहने वाला है । इसकी जाँच इसके मूल निवास तक करवाई गई है और सभी दस्तावेजो की मूल प्रतियों की भी जाँच करवाई गई है । महानिदेशक स्कूल के आदेश पर अब तक लिए गए वेतन की रिकवरी भी करवाई जाएगी ।
बाराबंकी के बेसिक शिक्षा अधिकारी वी.पी.सिंह ने बताया कि कुछ दिन पूर्व यहाँ फर्जी।शिक्षक पकड़ में आये थे और उनसे एसटीएफ की बातचीत के बाद फर्जी शिक्षकों की एक सूची सामने आई थी जिसमें उनके जनपद के भी कुछ नाम थे । उसमें एक नाम सूरज उपाध्याय का भी था और उसकी तथा उसके अभिलेखों की जाँच करवायी गयी तो यह बात सामने आई कि असली सूरज उपाध्याय महराजगंज जनपद में शिक्षक को नौकरी कर रहा है और हमारे यहाँ जो सूरज नौकरी कर रहा है उसका असली नाम जाँच में सुभाष पाण्डेय सामने आया है । महानिदेशक स्कूल शिक्षा के आदेश पर खण्ड शिक्षा अधिकारी को कानूनी कार्यवाही करने के आदेश उनके।द्वारा किये गए थे और वहीं से एसटीएफ ने कथित सूरज उपाध्याय की गिरफ्तारी की है । उसे नौकरी से बर्खास्त कर अन्य कार्यवाई की जा रही है और उसके द्वारा लिए गए वेतन की भी रिकवरी की जाएगी ।