भाग्य लक्ष्मी के मंदिर से निकलेगा 'भाग्यनगर' का रास्ता? हैदराबाद के नाम पर घमासान, क्यों चिढ़े ओवैसी भाईजान? निजाम की निशानियों का 'महिमामंडन' कब तक? इन सवालों पर राजनीतिक विश्लेषक शांतनु गुप्ता ने कहा, हिन्दुस्तान नाम का इस्तेमाल आज से नहीं हो रहा है. सदियों से हो रहा है और यह उर्दू जुबान है. हो सकता है ये लोग कभी भारत भी बोलने से मना कर दें, ये कहकर कि ये महाभारत के चंद्रवंशी राजा के नाम पर रखा गया है. जब 1947 में अंग्रेज गए तो दिल्ली की सड़कों के नाम भी बदले गए. किसी रोड का नाम किंग्स रोड था, किसी का नाम क्वींस रोड था. कब तक आप वोटबैंक पालेंगे? अब तो नैरेटिव बदल दीजिए और देख लीजिए क्या असर है मौजूदा समय में.#NizamCultureOver #DeshKiBahas