किसान आंदोलन को लेकर भाजपा सरकार और उनके मन्त्री लगातार खिलाफत कर रहे है और उनके बिगड़े बोल भी सामने आ रहे है। एमपी के लोकनिर्माण मन्त्री गोपाल भार्गव के मूताबिक एमपी के किसानों की नजरों में आंदोलन फिजूल का काम है। इसमे विदेशों से पैसा आ रहा है। उन्होंने कहा कि एमपी और पंजाब के किसानों में। बहुत फर्क है। वहां के किसान समृद्ध है। महीनों आंदोलन कर सकते है। पर एमपी का नही । वह फिजूल कामो में समय खर्च नही कर सकते।मन्त्री ने कहा कि किसान आंदोलन एक वर्ग विशेष का षड्यंत्रकारी रवैया है। इस कारण इसमे देश के ज्यादा किसान शामिल नही है। उन्होंने कहा कि विदेशी फंडिंग से इनकार नही किया जा सकता है। आंदोलनकारी किसानों का कहना है वर्षो तक आंदोलन कर सकते है। माल पुए खा रहे है। वही एमपी में किसान खेती में लगा है। उधर आंदोलनकारी मलाई,हलवा पूरी खाये जा रहा है। कहाँ से पैसा आ रहा है? वहां का किसान समृद्ध है।