इंटरनेट पर वैक्सीन से जुड़े फर्जीवाड़े पिछले कुछ महीनों में तेजी से बढ़े हैं। रिसर्च फर्म 'चेकपॉइंट' के अनुसार, डार्कनेट/डार्कवेब पर कोरोना वैक्सीन की सेल जोरदार ढंग से चल रही है। कोविड वैक्सीन से जुड़े डोमेंस की संख्या भी कुकुरमुत्तों की तरह बढ़ी है। '250 डॉलर में कोविड वैक्सीन', 'कोविड-19 को कहें बाय-बाय', 'जल्दी खरीदें कोरोना वैक्सीन आ गई है' जैसे संदेशों की भरमार है। इंटरनेशनल क्रिमिनल पुलिस ऑर्गेनाइजेशन (Interpol) ने डर जताया है कि अपराधी बड़े स्तर पर वैक्सीन को टारगेट करने वाले हैं.