गाजीपुर ही नहीं पूरे प्रदेश में ठंड का सितम जारी है। तो वहीं जिले में हाड़ कंपा देने वाली ठंड से लोग ही नही जानवर भी बेहाल है। इस भीषण ठंड से बचाव के लिए लोग घरों में दुबक गए है। लेकिन रोजमर्रा के काम करने वाले मजदूर वर्ग काफी बेहाल है। लेकिन ऐसे लोग के लिए जिला प्रशासन या फिर नगर पालिका की जिम्मेदारी बनती है कि ठंड से बचाव के लिए जगह-जगह अलाव जलाने की व्यवस्था करें । जिसको लेकर रियाल्टी चेक करने के लिए जब हम बीती रात गाजीपुर के जिला मुख्यालय पहुंचे जहां पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक बैठते हैं और वहां पर पूरे जनपद के लोग अपने विभागीय कार्यो के लिए आते हैं। लेकिन यहां पर एक भी जगह अलाव जलते हुए नहीं देखा गया। हालांकि कुछ दूर पर कुछ युवकों के द्वारा जानवरों के लिए आग जलाने की व्यवस्था करते हुए देखा गया। इसके बाद हम पहुंचे गाजीपुर के रेलवे स्टेशन पर जहां पर यात्रियों के साथ ही रिक्शेवाले, टेंपो व अन्य लोग अपने साधनों का इंतजार करते दिखे। लेकिन यहां पर भी किसी भी तरह के अलाव की कोई व्यवस्था नहीं दिखी। हालांकि कुछ दूरी पर नगरपालिका परिषद द्वारा अस्थाई रैन बसेरा बनाया गया था। जहां यात्रियों के ठहरे के साथ ही कुछ लकड़ियों के सहारे अलाव जलता हुआ देखा गया। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ठंड से बचाव के लिए जो फरमान जारी किया है । उस फरमान का जनपद में कहीं पालन होता नहीं दिखा। बल्कि केवल कोरम पूरा किया जा रहा है। हालांकि इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष के प्रतिनिधि और पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष विनोद अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने अपने को शहर से बाहर होना बताया और इस संबंध में ईओ नगर पालिका से बात करने की बात कह कर फोन को कट कर लिया।