समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आवाहन पर किसानों के मसीहा देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह के 118 वें जन्म दिवस पर के अवसर पर किसान दिवस के रूप में मनाया गया।
देश भर में 23 दिसंबर का दिन किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है। वही किसानों के हमदर्द कहे जाने बाले पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह को याद किया गया। किसानों के बीच जाकर सपा कार्यकर्ताओं के द्वारा बछ्गॉव में स्वर्गीय चरण सिंह को याद किया। वही चौधरी चरण सिंह के चित्रपट पर माल्यार्पण किया। सपा ने प्रदीप चौधरी ने कहा कि देश की तरक्की का रास्ता खेत और खलिहान से निकलता है। देश का किसान देश की रीढ़ होती है जब तक देश के किसानों की आय दोगुनी नहीं होगी स्वामी नाथन रिपोर्ट लागू एवं फसल का समर्थन मूल्य नहीं मिलेगा तब तक किसान बदहाल रहेगा। किसान की तरक्की ही देश की तरक्की है भारत एक कृषि प्रधान देश है जहां पहले कृषि पहले वह प्रधान बाद में आता है,लेकिन केंद्र एवं राज्य की सरकार कृषि प्रधान देश को ही मिटा देना चाहती है। जिस तरीके से केंद्र सरकार द्वारा तीनों किसान विरोधी अध्यादेश उद्योगपतियों के हित में आनन-फानन में पास किए वह देश किसान की बर्बादी के बिल हैं। किसान हित में केंद्र सरकार को तीनों बिलों को तत्काल वापस लेना चाहिए। आंदोलनकारी से सरकार को माफी मांग कर आंदोलन समाप्त करने और स-सम्मान घर वापस जाने का आग्रह करना चाहिए।
इस मौके पर समक्ष सरदारी बुजुर्ग नौजवान एवं महिलाओं ने बड़ी तादाद में शिरकत की। साथ ही लक्ष्मण चौधरी बछगाव, गुड्डा चौधरी, डॉ राजवीर सिंह, कृष्ण मुरारी मैथिल, ब्रज पाल यादव ,महेंद्र चौधरी, सचिन जाटव, मोहन सिंह, रमेश चंद्र पाल, बॉर्बी शास्त्री , मदन सिंह, राजू ,श्याम ,दिनेश, बबलू, जीतू ,राजू ,कलुआ ,भगत के साथ सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे।