समाजवादी पार्टी के नेता अनुराग भदौरिया क्रिकेट ही नहीं पोलो खेल के भी शौकीन हैं। दिल्ली में पढ़ाई के दौरान भी अक्सर वह समय निकालकर रेस कोर्स में पोलो खेलने जाया करते थे। पोलो को बढ़ावा देने के लिए सपा नेता ने हाल ही में राजधानी के लॉ मार्टिनियर स्कूल को दो घोड़े दान में दिये हैं। इटावा जिले के मूल निवासी भदौरिया ने बताया कि छात्र जीवन से ही उन्हें पोलो पसंद है। क्योंकि, दादा जी के पास गांव में घोड़े थे, जिस पर वह राइडिंग करते थे।
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अनुराग भदौरिया ने बताया कि मेरे पास अर्जेंटीना के थारो ब्रीड के कई कीमती घोड़े हैं जो पूरी तरह से ट्रेंड हैं। कहा कि स्कूल दोबारा से पोलो खेल की शुरुआत करना था, इसलिए मैंने स्कूल को अच्छी नस्ल के घोड़े दे दिये, ताकि यहां पढ़ने वाले बच्चे पोलो खेल सकें। उन्होंने बताया कि स्कूल प्रशासन को दो और घोड़ों की जरूरत है, जिसके लिए भविष्य में प्रयास करेंगे। साथ ही समय निकालकरबच्चों को पोलो की ट्रेनिंग भी देंगे।
पोलो खेल में खिलाड़ियों के साथ घोड़ों का भी अहम रोल होता है। इस गेम में अगर घोड़ा खिलाड़ी के इशारों को समझते हुए चलता है तो खिलाड़ी के लिए गोल करना आसान हो जाता है। खेल जानकार भी मानते हैं कि पोलो गेम में जीत के लिए खिलाड़ी के साथ-साथ घोड़े का समझदार होना बेहद जरूरी होता है।