यूपी के फर्रुखाबाद जिले में प्राथमिक विद्यालय के छात्रों के लिए वितरण के लिए आये दर्जनों जूते फेंके जाने के मामले नें तूल पकड़ लिया| इस तरह से नौनिहालों के लिए सरकार द्वारा भेजे गये जूतों को फेंकने से यह तो साफ है कि जूते नौनिहालों तक पंहुचे ही नही| अधिकारी अपना पल्ला झाड रहें है| खंड शिक्षा अधिकारी से पूंछे जाने पर उन्होंने भी अनभिज्ञता जाहिर कर अपनी जिम्मेदारी से किनारा कर लिया| जिससे यह साफ हो गया कि दाल में कुछ तो काला है| उधर बीएसए नें मामले में जाँच कराये जानें की बात कही है|
वीओ- विकास खंड मोहम्मदाबाद के ग्राम नगला चूडा में नगला खुरू में खेत में जिसमे तकरीबन 50 जोड़ी जूते पड़े मिले थे. जिससे मौके पर भीड़ लग गयी थी. यह घटना प्राथमिक विद्यालय नगला चूडा की है।जूते पड़े देखकर ग्रामीण जूते घर उठा ले गये थे।फिलहाल तो यह तय हो गया कि सरकार की व्यवस्था को धरातल पर लाने की जगह उनके ही हुक्मरान धरातल से लगनें में लगे है| जब कोई गोलमाल पकड़ा जाता है तो उनके पास बचने के भी रास्ते खूब निकल आते है|वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी लालजी यादव नें कहा कि जूते फेंकने के मामले में जाँच करायी है यदि कोई दोषी है तो उनके खिलाफ कार्यवाही होगी|आख्या आने पर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही होगी