By Thursday afternoon, the feeling of surrender engulfed the air at the Ghazipur on the border of Delhi-Uttar Pradesh. Thousands of farmers, who had been camping there since the end of November had come to terms with the fact that the protest site would soon be cleared out.Watch viddeo,
26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद आंदोलन खत्म होने के कयास के बीच एक बार फिर आंदोलन ने जोर पकड़ लिया है. गाजीपुर बॉर्डर पर बड़ी तादाद में किसान फिर जुट रहे हैं. हरियाणा और पश्चिमी यूपी के अलग-अलग हिस्सों से रात में ही किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर की तरफ कूच कर दिया.. चलिए अब आपको पूरी रात का घटनाक्रम बताते हैं और बताएंगे कि खुले आसमान ने नीचे कैसे कटी किसानों की रात? देखिए वीडियो
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