Panchami Tithi of Shukla Paksha of Magh month is celebrated as Vasant Panchami. Goddess Saraswati is worshiped on this day. It is believed that on this day, the power of words came into man's bag. On this day, children are taught to write the first letter.Saraswati Puja, Havan should be performed in the name of Mother Saraswati. For Havan, a mark should be made on the Havan Kund or on the ground by measuring a quarter of a hand. Now clean this land with kusha and purify it by sprinkling the Ganges water and perform Havan here. At the time of Havan, Lord Ganesha, perform Havan in the name of Navagraha. After this, "Om Sri Saraswatai Namah: Swaha" in the name of Saraswati Mata should be performed with this mantra one hundred and eight times. Know Saraswati Puja Hawan Vidhi and Saraswati Puja Hawan Mantra.
माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी के रूप में मनाया जाता है. इस दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है. माना जाता है कि इसी दिन शब्दों की शक्ति मनुष्य की झोली में आई थी. इस दिन बच्चों को पहला अक्षर लिखना सिखाया जाता है.सरस्वती पूजा करने बाद सरस्वती माता के नाम से हवन करना चाहिए. हवन के लिए हवन कुण्ड अथवा भूमि पर सवा हाथ चारों तरफ नापकर एक निशान बना लेना चाहिए. अब इस भूमि को कुशा से साफ करके गंगा जल छिड़ककर पवित्र करें और यहां पर हवन करें. हवन करते समय गणेश जी, नवग्रह के नाम से हवन करें. इसके बाद सरस्वती माता के नाम से 'ओम श्री सरस्वत्यै नम: स्वहा" इस मंत्र से एक सौ आठ बार हवन करना चाहिए. हवन के बाद सरस्वती माता की आरती करें और हवन का भभूत लगाएं. बसंत पंचमी में जानें सरस्वती पूजा हवन विधि और सरस्वती पूजा हवन मंत्र ।
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