मुस्लिम समाज के पवित्र माह रमजान में तरावीह नमाज का विशेष महत्व है। यह नमाज रमजान के महीने में ही पढ़ी जाती है, जो रमजान शरीफ का चांद दिखने से लेकर ईद का चांद दिखने तक हर रोज होती है। तरावीह नमाज ईशा की नमाज के बाद होती है। इसमें 20 रकात नमाजें है। हर दो रकात के बाद सलाम फेरा जाता है। 10 सलाम में 20 रकात होती हैं। वहीं हर 4 रकात के बाद दुआ पढ़ी जाती है। जिसमें सभी नमाजी देश और समाज की सलामती, भाईचारे, रोजी-रोजगार आदि के लिए दुआ मांगते हैं। एक नमाज में पांच बार दुआ पढ़ी जाती है। ईशा की नमाज को मिलाकर हर दिन 37 रकात नमाज पढ़ी जाती है। तरावीह नमाज को पढ़ने में एक से डेढ़ घंटे का समय लगता है। जिसे रमजान के हर दिन पढ़ना जरूरी है। कुछ लोग सबीना में जाकर पांच रोज की तरावीह पढ़ते हैं, जो कि सही नहीं है। उनके ऊपर बाकी दिन का बकाया जीवन भर बढ़ता जाता है। तरावीह 27 दिन पढ़ना चाहिए तभी बरकत मिलती है। जानें रमजान की तरावीह की नमाज क्या है ?
#Ramadan2021 #TaraweehKiNamaz