टोंक, 20 मई। राजस्थान के टोंक जिले में निवाई के बरोनी गांव में 66 वर्षीय जिंदा व्यक्ति को मृत घोषित करने के बाद से वह अपने आप को जिंदा साबित करने के लिए पिछले छह माह से ग्राम पंचायत बरोनी के दरवाजे खटखटा रहा, लेकिन उसके जिंदा होने के प्रमाण कोई नहीं मान रहा है। मामला निवाई उपखंड मुख्यालय पर आ पहुंचा है। ग्राम पंचायत बरोनी की एक लापरवाही के चलते पीड़ित को अपना गांव तक छोड़ना पड़ा है। उसे सामाजिक सुरक्षा के तहत मिलने वाली पेंशन भी बंद कर दी गई है।