Dinesh Karthik spoke exclusively to Cricketnext on the dramatic evolution of wicketkeeping since the arrival of greats like MS Dhoni and Adam Gilchrist and also on his career which coincided with the rise of MS Dhoni. Karthik stated that the concept of wicketkeeping had changed completely since the arrival of MS Dhoni and Adam Gilchrist. Till the late 1990s, wicket-keepers were first chosen on the basis of their skills behind the stumps and their contribution with the bat was secondary. Everything changed after the arrival of Gilchrist in 1999 and Dhoni in early 2000s.
Dinesh Karthik इस समय 36 साल के हैं. भारत के लिए 26 टेस्ट मैच और 94 वनडे मुकाबले खेल चुके हैं. जबकि 32 टी20 मैचों में भी Dinesh Karthik ने भारत का प्रतिनिधित्व किया है. टेस्ट में Dinesh Karthik ने एकमात्र शतक लगाया है. जबकि सात अर्धशतक भी उनके नाम है. MS Dhoni से पहले टीम इंडिया में Dinesh Karthik की एंट्री हुई थी हालांकि दोनों 2004 में ही टीम मे आए थे. लेकिन धोनी अपनी तूफानी बल्लेबाजी के कारण टीम में पैर जमाने में सफल रहे. Dinesh Karthik का फिर टीम में बाहर जाना पड़ा. वह टीम से अंदर-बाहर होते रहे. Dhoni के कारण वह टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए. Dinesh Karthik को हालांकि इसे लेकर पछतावा नहीं है. उन्होंने कहा है कि वह अपन देश के लिए जितनी क्रिकेट खेले उससे वे संतुष्ट हैं.
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