Major Gaurav Arya on Ordnance Factory: सरकार ने बुधवार को नीतिगत सुधार की दिशा में बड़ा कदम उठाया। सरकार ने लगभग 200 साल पुराने आयुध निर्माण बोर्ड (OFB, Ordnance Factory Board) के पुनर्गठन (Restructuring) के लंबित प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके तहत बोर्ड को सात अलग-अलग कंपनियों में बदला जाएगा ताकि काम में जवाबदेही बढ़ सके। बोर्ड इस समय हथियार और गोला-बारूद बनाने के 41 कारखाने चलाता है। जाने माने डिफेंस एक्सपर्ट मेजर गौरव आर्या (Major Gaurav Arya) कहते हैं कि ऐसा करना सरकार की मजबूरी थी क्योंकि ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड सेना (Army) की जरूरतों को पूरा कर पाने में सक्षम नहीं है और ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों में बना गोला बारूद घटिया क्वालिटी का था।