Story of Scindia Royal Family: ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के पिता माधवराव सिंधिया (Madhavrao Scindia) और दादी राजमाता विजयाराजे सिंधिया (Rajmata Vijya Raje Scindia) के बीच मतभेद से जुड़ी कई कहानियां चर्चित हैं। इस मतभेद की शुरुआत 1972 में ही हो गई थी, जब माधवराव ने अपनी माता की पार्टी जनसंघ (Jansangh) से बाहर निकलने की कोशिश की। इससे पहले कई मौकों पर दोनों के वैचारिक विरोध सामने आए थे, लेकिन इस घटना के बाद उनकी राहें एकदम अलग होने लगीं। माधवराव ने तब कहा था कि ऑक्सफोर्ड (Oxford) से लौटने के बाद उनका जनसंघ से जुड़ना एक बड़ी भूल थी। उनके आलोचकों का कहना था कि 1972 में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Elections) में जनसंघ को मिली हार के बाद माधवराव सिंधिया का नजरिया बदल गया। इस बारे में सिंधिया परिवार के सदस्यों का कहना था कि दोनों के बीच मतभेद 1975 में आपातकाल (Emergency) के दौरान चरम पर पहुंच गए। क्या है ये पूरा मामला, आइये जानते हैं जनसत्ता की इस खास रिपोर्ट में...