सरकारी धन की बर्बादी की बानगी चिकित्सालय की धर्मशाला
पांच साल पहले 80 लाख की लागत से निर्मित, एक दिन नहीं हुआ उपयोग,
अब बदहाली पर बहा रही आंसू
शिलान्यास हुआ और न उद्घाटन
सुरेन्द्र चतुर्वेदी
करौली. सरकारी पूंजी की कैसे पंजीरी (बर्बादी) होती है, इसकी बानगी देखनी हो तो