Whatever is beneficial for our body, the condition of its excess or deficiency can also cause serious health problems. The condition of blood clotting i.e. blood coagulation is also similar. In case of injury, the problem of excessive blood loss can be avoided due to natural form of blood clotting. The blood clot naturally dissolves once the injury has healed. However, if it persists without dissolving, this condition can cause serious problems. The persistence of blood clots can hinder the smooth circulation of blood. On the other hand, if blood starts accumulating in organs like lungs, then this condition can be fatal.
हमारे शरीर के लिए जो भी चीज जितनी फायदेमंद होती है, उसकी अधिकता या कमी की स्थिति उतनी ही गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकती है। ब्लड क्लॉटिग यानी कि रक्त के जमाव की स्थिति भी ऐसी ही है। चोट लगने पर, स्वाभावित रूप के रक्त के थक्के जमने से अत्यधिक रक्त हानि की समस्या से बचा जा सकता है। एक बार जब चोट ठीक हो जाती है तो रक्त के थक्के स्वाभाविक रूप से घुल जाते हैं। हालांकि यदि यह बिना घुले लगातार बने रहते हैं, तो यह स्थिति गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है। रक्त के थक्कों का बना रहना खून के सुचारू परिसंचरण में बाधा उत्पन्न कर सकता है। वहीं यदि रक्त, फेफड़े जैसे अंगों में जमा होने लगें तो यह स्थिति जानलेवा हो सकती है।
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