बेंगलूरु. तेज बरसात में अपने घर को ढहते हुए देख चुकी कमलाव्वा के लिए यह किसी सपने के साकार होने जैसा अनुभव था। चार माह पहले उसने राहत के लिए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Chief Minister Basavaraj Bommai) से गुहार लगाई और मकर संक्रांति पर उसका नया घर मिल गया।