Sakat Chauth 2022: सकट चौथ 2022 पर बन रहा विशेष योग, गणेश पूजा के लिए सही समय | Boldsky

Boldsky 2022-01-20

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The festival of Sakat Chauth dedicated to Lord Ganesha is celebrated on the Chaturthi Tithi of Krishna Paksha in the month of Magha . This festival is also known by the names of Sankashti Chaturthi, Lambodar Sankashti Chaturthi, Tilkut Chauth, Tilkut Chaturthi, Sankat Chauth, Maghi Chauth, Til Chauth etc. It is believed that by observing this fast, children are healthy, long and full of happiness and prosperity. Worshiping Shri Ganapati on Sakat Chauth removes all the troubles. In this fast, mothers keep fast for the long life of their children and for the happiness and prosperity of the family. It is believed that by observing the fast of Sakat Chauth and worshiping Lord Ganesha, all the troubles that come on the child are removed. Jyotishacharya explains that this time Saubhagya Yoga is being formed on Sakat Chauth, which is considered very auspicious. Any work done in this yoga becomes successful. According to astrologer, Saubhagya Yoga will remain till 3:06 pm on Sakat Chauth and after that Shobhan Yoga will start. According to astrologers, Abhijit Muhurta, which is considered to be the best for auspicious work, will also start from 12.11 pm on 21st January till 12.54 am. On the day of Sakat Chauth, there is Saubhagya Yoga from morning till 3.06 in the afternoon. After this Shobhan Yoga will start, Which is till noon on January 22. After observing the fast on Sankashti Chaturthi Tithi, one must see the moon. After worship, offer water while seeing the moon.

माघ मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान श्रीगणेश को समर्पित सकट चौथ का त्योहार मनाया जाता है। इस त्योहार को संकष्टी चतुर्थी, लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी, तिलकुट चौथ, तिलकुट चतुर्थी, संकट चौथ, माघी चौथ, तिल चौथ आदि नामों से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को धारण करने से संतान निरोगी, दीर्घायु और सुख-समृद्धि से परिपूर्ण होती है। सकट चौथ पर श्रीगणपति की उपासना से सारे संकट दूर हो जाते हैं। इस व्रत में माताएं अपनी संतान की लंबी आयु और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना के लिए उपवास रखती हैं। मान्यता है कि सकट चौथ का व्रत रखने और भगवान श्रीगणेश की पूजा-अर्चना करने से संतान के ऊपर आने वाले सभी संकट दूर हो जाते हैं। ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि इस बार सकट चौथ पर सौभाग्य योग बन रहा है, जो बहुत शुभ माना जाता है। इस योग में किया गया कोई भी कार्य सफल होता है। ज्योतिषविद् के अनुसार सकट चौथ पर सौभाग्य योग दोपहर 3:06 बजे तक रहेगा और उसके बाद शोभन योग शुरू होगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार शुभ कार्यों के लिए सर्वश्रेष्ठ माने जाने वाले अभिजीत मुहूर्त भी 21 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 11 मिनट से शुरू होकर 12 बजकर 54 मिनट तक रहेगा। सकट चौथ के दिन सुबह से दोपहर 3.06 बजे तक सौभाग्य योग है। इसके बाद शोभन योग शुरू होगा, जो 22 जनवरी को दोपहर तक है। संकष्टी चतुर्थी तिथि पर व्रत रखने के बाद चंद्रमा का दर्शन अवश्य करना चाहिए। पूजा के उपरांत चंद्रमा के दर्शन करते हुए जल अर्पित करें।

#SakatChauth2022

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