बीमार भालू भटकते हुए गांव तक पहुंच गया। जहां लोगों ने भालू को खदेड़ने के लिए गांव में दौड़ाते रहे। किसी तहर लोगों से बचकर भालू बांस बाड़ी मेंं छिप गया। करीब 10घंटे तक भालू बीमार अवस्था में पड़ा रहा, लेकिन वन अमले ने इलाज शुरु नहीं किया। सुबह भालू की मौत हो चुकी थी।