घर की कांग्रेस और सबकी कांग्रेस का जुमला देने के बाद जिस तरह कपिल सिब्बल अपने सियासी करियर को लेकर घिरे हैं। मध्यप्रदेश की राजनीति में भी ऐसा ही कुछ दिख रहा है। कमलनाथ बखूबी साबित कर चुके हैं कि वो चुनावी मैदान से लेकर पर्दे के पीछे तक रणनीति बनाने में माहिर हैं पर जब मध्यप्रदेश की राजनीति की बात की जाए तो अब दिखता है नाथ से नेता नाखुश हैं। क्या एमपी कांग्रेस भी नाथ के घर की कांग्रेस बन चुकी है या फिर सबकी कांग्रेस है। 2023 से पहले क्या कांग्रेस पटरी पर आ पाएग ।