Various fasts and festivals are celebrated across the country. If seen in a way, almost every month there is some date when it is celebrated as a festival. One of them is going to be a festival 'Sheetala Ashtami'. It is also known as 'Basoda'. Basoda is celebrated every year on the Ashtami date of Krishna Paksha of Chaitra month. This year this fast is falling on Friday, March 25. It is customary to worship Sheetla Mata on this day. In this, stale delicacies are offered to Mata Sheetla. It is believed that worshiping Sheetla Mata brings good health. This fast is especially observed for young children, in which they are wished for their good health. The main purpose of celebrating this festival is to make people aware about the changes in the weather after Holi. For this the fasting of Sheetala Ashtami is considered important. According to Skanda Purana, Brahma ji has given the responsibility of keeping the universe healthy and healthy to Mother Sheetla, that is why on this day she is pleased by observing a fast of Mata Sheetla. Apart from this, Sheetla Mata is also worshiped to get rid of heat and diseases..
देशभर में तमाम तरह के व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं। अगर ढ़ंग से देखा जाए तो लगभग हर महीने ही कोई न कोई तिथि ऐसी पड़ती है जब उसे उत्सव के रूप में मनाया जाता है। उन्हीं में से एक त्योहार आने वाला है ‘शीतला अष्टमी’। इसे ‘बसोड़ा’ के नाम से भी जाना जाता है। बसोड़ा हर साल चैत्र महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल ये व्रत शुक्रवार यानी 25 मार्च को पड़ रहा है। इस दिन शीतला माता की पूजा करने की प्रथा है। इसमें माता शीतला को बासी पकवानों का भोग लगाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि शीतला माता की पूजा करने से उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। ये व्रत खास तौर पर छोटे बच्चों के लिए रखा जाता है, इसमें उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना की जाती है। इस पर्व को मनाने का खास उद्देश्य होली के बाद मौसम में होने वाले बदलावों के प्रति लोगों को जागरुक करना है। इसके लिए शीतला अष्टमी के व्रत को महत्वपूर्ण माना जाता है। स्कंद पुराण के अनुसार, ब्रह्मा जी ने शीतला माता को सृष्टि को स्वस्थ और आरोग्य रखने की जिम्मेदारी दी है, यही वजह है कि इस दिन माता शीतला का व्रत रख कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है। इसके अलावा गर्मी और रोगों से मुक्ति पाने के लिए भी शीतला माता की पूजा की जाती है।
#SheetalaAshtami2022