बाड़मेर। अर्जुन ऐसे ही नही बनते। जब तक कि उन्हें द्रोणाचार्य जैसे गुरु नहीं मिल जाते। बाड़मेर कमें भी इन दिनों घनुष विद्या सीखने के लिए राजस्थान के साथ-साथ आंध्र प्रदेश से भी खिलाड़ी प्रशिक्षण के लिएपहुंचे है। जब कि यहां न तो उनके पास र्कोई सुविधा है, न ही कोई सीखने का