प्रवर्तन निदेशालय ने राहुल गांधी को पूछताछ के लिए बुला क्या लिया, पूरी कांग्रेस ही भड़क गई. दो-दो राज्यों के मुख्यमंत्री अपने-अपने राज्य को छोड़कर दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने उतर पड़े. सांसदों और विधायकों की संख्या तो पूछिए ही मत. और सब इसलिए हुआ क्योंकि बात कांग्रेस की नहीं, गांधी परिवार की थी. कभी किसी कांग्रेसी नेता की गिरफ्तारी या पूछताछ के दौरान सिर्फ ट्वीट करने या प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले राहुल गांधी को ईडी ने बुलाया, तो राहुल को बचाने देश भर के कांग्रेसी सड़कों पर उतर आए. लेकिन ये तब नहीं उतरते जब महंगाई की बात हो, बेरोजगारी की बात हो गरीबी की बात हो. ये तब भी नहीं उतरते जब पी चिचंबरम, कार्ति चिदंबरम या डीके शिवकुमार से पूछताछ हो. ये तभी उतरते हैं जब बात गांधी परिवार को बचाने की हो. क्या इससे होगा कांग्रेस का भला और क्या गांधी परिवार का हित साधकर ही कांग्रेस जिंदा हो सकती है, बता रहे हैं राजनीतिक संपादक पंकज झा.