शहर के नगर परिषद क्षेत्र में स्थित रियासत काल में निर्मित धन्ना तलाई के पारम्परिक पानी निकासी के रास्तों पर अतिक्रमण व नाला निर्माण के दौरान तकनीकी खामियों के चलते क्षेत्र की लगभग 10 हजार आबादी गंदे पानी व कीचड़ की दुर्गंध से नारकीय जीवन जीने को मजबूर है।