राजस्थान सरकार के प्रशासन की भी होगी जिसकी लापरवाही से उदयपुर का कन्हैयालाल कट्टर सोच का शिकार बन गया. सोचिए कोई व्यक्ति प्रशासन को अपनी जान के खतरे के बारे में बता दे तब भी पुलिस उसकी सुरक्षा ना कर पाए तो आप क्या कहेंगे. किसी भी सरकार की सबसे पहली जिम्मेदारी होती है हमारी आपकी हिफाजत करना. राजस्थान की अशोक गहलोत सरकारी की पुलिस इस मामले में नकारी साबित हुई है. ये मामला राजनीतिक रंग ले चुका है. लोगों में गुस्सा है, सड़कों पर आक्रोश है. कट्टर सोच तो इस हैवानियत के लिए जिम्मेदार है ही, राजस्थान पुलिस को भी जवाब देना होगा कि जब उन्हें पहले से कन्हैयालाल ने जान पर खतरे को लेकर जानकारी दे दी थी, तब भी वो हाथ पर हाथ रखे क्यों बैठी रही. ऐसी निकम्मी और नकारी पुलिस के खिलाफ आप देखिए हमारी ये खास रिपोर्ट