एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के सीएम पद की शपथ ले ली. जाहिर सी बात है कि इससे देवेंद्र फडणवीस की कसक बढ़ गई होगी. इससे उद्धव ठाकरे की ठकस चली गई होगी. और शरद पवार की राजनीति में लचक आ गई है. 2019 में हुए पिछले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद महाविकास अघाड़ी की सरकारी 31 महीनों तक चल पाई. अभी भी महाराष्ट्र सरकार के पास आधे से ज़्यादा समय बचा है. ऐसे में राज्य में हुई इतनी बड़ी उठा-पटका से इसके राजनीतिक भविष्य पर क्या असर पड़ेगा इसका विश्लेषण कर रहे हैं विजय विद्रोही.