हिमाचल प्रदेश में जारी मानसून की बारिश अब तबाही मचाने लग गई है। बुधवार तड़के जिला कुल्लू के मणिकर्ण में चोज नाले में बादल फट गया। पार्वती नदी के सहायक नाले चोज में बुधवार तड़के बादल फटने से एक कैपिंग साइट तबाह हो गई है। चार लोग लापता बताए जा रहे हैं। पार्वती नदी का जलस्तर उफान पर है। बगीचों और खेतों को भी नुकसान हुआ है। शिमला-किन्नौर नेशनल हाइवे झाखड़ी के समीप भूस्खलन होने से ठप हो गया है। कुल्लू के अंतर्गत मणिकर्ण घाटी में बादल फटन से आई बाढ़ में मलाणा गांव के पास मलाणा पावर प्रोजेक्ट की एडिट 1 (टनल) के समीप नाला में एक स्थानीय महिला शाजी देवी (उम्र 34 वर्ष ) पत्नी सिंगाराम निवासी साराबेहड़ मलाणा जिला कुल्लू के पानी में बहने की सूचना है। इसके अतिरिक्त 10 से 12 घोड़े व लोगों की गाड़ियों के बहने की सूचना है। स्थानीय मलाणा पंचायत के उपप्रधान राजू राम ने बाढ़ में घोड़ों के बहने की पुष्टि की है। वहीं कई जगहों पर सड़क के बंद होने से पर्यटक व आम लोग फंसे हुए है। राजधानी शिमला के ढली में आज सुबह एक गाड़ी पर पत्थर गिरने के कारण 14 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई है। वहीं दो अन्य घायल हुए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह करीब 6 बजे ढल्ली टनल के पास पेट्रोल पंप के साथ दीवार की तरफ सड़क पर आयुर्वेदिक दवाइयां बेचने वाले हरियाणा निवासी सतपाल निवासी बटर नाल जीरकपुर पंजाब की पुत्री 14 वर्षीय करीना की भूस्खलन की चपेट में आने से मृत्यु हो गई तथा आशा (16 वर्ष) व कुलविंदर (24 वर्ष) घायल अवस्था में हैं जिन्हें अस्पताल पहुंचा दिया गया है। सभी एक ही परिवार से संबंधित हैं। मौसम विभाग के अनुसार भारी बारिश की स्थिति में बिजली, संचार और संबंधित सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। साथ ही भारी बारिश के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की संभावना है। ऐसे में संबंधित विभागों की ओर से जारी एडवाइजरी और दिशा-निर्देशों का पालन करें। सुरक्षा के पर्याप्त उपाय करें। राज्य के कई हिस्सों में 10 व 11 जुलाई को भी बारिश जारी रहने की संभावना है।