भारी बारिश के चलते राजधानी शिमला के ढली क्षेत्र में भूस्खलन होने से आशा (16) मलबे के नीचे करीब 60 मिनट तक दबी रही। चिल्लाकर और हाथ हिलाकर मदद मांगती रही। जेसीबी की मदद से मलबा हटाकर आशा को बचा लिया गया। वहीं इस घटना में 14 साल की किशोरी की मलबे में दबने से मौत हो गई। यह किशोरी करीना पुत्री सतपाल निवासी बलटाना, तहसील जीरकपुर, पंजाब की रहने वाली थी। तीन अन्य भी मलबे में दबने से घायल हुए हैं। घायलों में आशा (16 साल) पुत्री भगवान सिंह, इसका भाई कुलविंद्र सिंह (19 साल), मां नारंगी शामिल है। ये होशियारपुर के रहने वाले हैं। पुलिस के अनुसार घटना सुबह 4:30 बजे की है। ये सभी यहां टेंट लगाकर आयुर्वेदिक दवाईयां बेचने का काम करते थे। रात को सड़क किनारे टेंट लगाकर सोए थे कि अचानक भारी बारिश से भूस्खलन हो गया है और मलबा इनके टेंट पर गिर गया। मलबे में दबी करीना को आईजीएमसी अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन यहां डॉक्टरों ने इसे मृत घोषित कर दिया।