राजस्थान पत्रिका के मेरा शहर मेरा मुद्दा अभियान के दूसरे दिन शनिवार को पुर के वार्ड तीन में जमा हुए लोगों ने विकास को लेकर पीड़ा जाहिर की। लोगों का एक स्वर में कहना था कि पुर की भले ही पचास हजार की आबादी हो। लेकिन विकास के नाम पर महज यहां खानापूर्ति की जा रही है।