मानसून पूरे हिंदुस्तान में दस्तक दे चुका है लेकिन गुजरात से लेकर महाराष्ट्र तक बारिश से ऐसा हाहाकार मचा है कि बड़े बड़े शहर टापू की शक्ल में तब्दील हो चुके हैं। उन्हें गुमान था कि वो हिंदुस्तान के पहले चंद स्मार्ट शहर बनने की रेस में शामिल हो चुके हैं.. लेकिन वो शहर तो पहली खेप की बारिश में डूब चुके हैं.. सिर्फ सड़कें नहीं डूबी.. डूबा दिख रहा है सिस्टम.. सिर्फ ट्रैफिक नहीं रुका है.. एक शहर रुक गया है.. वो शहर रुक कर अपने रहनुमाओं से पूछ रहा है कि आपने क्या तैयारी की थी.. आप तो हमें स्मार्ट शहर बनाने चले थे.. अरे स्मार्ट छोड़िए.. हमें कम से कम शहर तो रहने देते।