राजधानी के हैरिटेज नगर निगम में 'अपनी सरकार' चल रही है। पट्टा जारी करने में न तो नियमों की परवाह की जा रही है और न ही राज्य सरकार के दिशा निर्देशों की पालना हो रही है। तभी तो हैरिटेज निगम में जारी हुए चार हजार से अधिक पट्टों में महज 360 ही नियमों के मुताबिक जारी हुए हैं।