लगातार देश में एक माहौल बना हुआ है कि मदरसे के खिलाफ एक समुदाय के खिलाफ जिस तरह से भी हो जैसे भी हो कुछ ना कुछ हथकंडे अपनाते रहे हम और देश के माहौल को बिगाड़ने में पूरा का पूरा योगदान रहे सरकार का बशर्ते पिछला दरवाजा क्यों ना हो मगर देश के इस माहौल की वजह से पूरा देश का नुकसान हो रहा है या दोष इतने अंधकार में चला जाएगा जब तक देश के लोग समझेंगे तब तक यह देश लाखों बरसे पीछे चला जाएगा देश के सभी बुद्धिजीवियों को समझना चाहिए कि देश में अभी इस तरह का माहौल बनाने की जरूरत नहीं है देश को कामयाब करने की जरूरत है देश के लोगों को कामयाब है लगातार देश के लोग रोटी कपड़ा मकान के लिए तरस रहे हैं मगर देश में किसी तरह की व्यवस्था नहीं की जा रही है देश को जाति के नाम पर धर्म के नाम पर इस तरह से बांट दिया जा रहा है जैसे कि इस देश में कुछ हुआ ही नहीं इस देश की किसी को चिंता ही नहीं ।