जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए मप्र में पिछले 7 साल से सीएम हेल्पलाइन भी चल रही है लेकिन ये सीएम हेल्पलाइन... लोगों की समस्या को दूर करने में नाकाम साबित हो रही है... यानी लोगों के लिए हेल्पलाइन... हेल्पलेस है... हेल्पलाइन में शिकायतों की पेंडेंसी के आंकड़े देखेंगे तो आप भी हैरान होंगे.. साढ़े तीन लाख लोगों को आज भी हेल्पलाइन से मदद नहीं मिली है...