रतलाम. किसी के घर पर बेटी नहीं होती है तो बेटी का महत्व उस परिवार से ज्यादा कोई नहीं जान सकता है। दस साल में पूरे परिवार में किसी के भी बेटी नहीं हुई। हुए तो लडक़े ही लडक़े। सात भाइयों में किसी के भी लडक़ी नहीं होने का गम झेल रहे परिवार में सोमवार को उस समय खुशी छा गई जब आशीष पा