मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी के नाम से जानते हैं। इस बार यह शुभ तिथि 4 दिसंबर को है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना और व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। जैसा कि इसके नाम से पता चल रहा है यह एकादशी मोक्ष दिलाने वाली है। साथ ही इस तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत में अर्जुन को कुरुक्षेत्र में गीता का ज्ञान दिया था इसलिए इस दिन गीता जयंती भी मनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन उपवास रखने और गीता का पाठ करने से जन्म-मृत्यु के चक्कर से मुक्ति मिल जाती है और पूर्वजों को भी मोक्ष की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में मोक्षदा एकादशी की तुलना मणि चिंतामणि से की जाती है, जो सभी मनोकामनाओं को पूरी करती है।
Ekadashi date of Shukla Paksha of Marshish month is known as Mokshada Ekadashi. This time this auspicious date is on 4th December. Worshiping Lord Vishnu and fasting on this day fulfills all wishes. As its name suggests, this Ekadashi is going to bring salvation. Also, on this date, Lord Krishna gave the knowledge of Gita to Arjuna in Kurukshetra in Mahabharata, hence Gita Jayanti is also celebrated on this day. It is believed that fasting and reciting the Gita on this day gives freedom from the cycle of birth and death and the ancestors also attain salvation. In the scriptures, Mokshada Ekadashi is compared to the gem Chintamani, which fulfills all wishes.
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