गिरीश पालीवाल@पत्रिका. खमनोर (राजसमंद). आपने भजन तो सुना होगा कभी-कभी भगवान को भी भक्तों से काम पड़े, जाना था गंगा पार, प्रभु केवट की नाव चढ़े। यहां मसला भक्त और भगवान के बीच का तो नहीं है, मगर बनास नदी का जल पार करने को मजबूर ग्रामीण और उन्हें पार कराने को केवट की भूमिका निभ