करीब दस साल बाद एक बार फिर अन्तरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव की रंगत धोरों पर फैली। रविवार का दिन होने की वजह से धोरों पर सुबह 10 बजे से लेकर रात 10 बजे तक उत्सवी छटा बिखरी। धोरों पर सैलानियों का हुजूम देखने को मिला। कैमल फेस्टिवल के अंतिम दिन रायसर के धोरों पर कई कार्यक्रमों ने भी