गुना. मैले-कुचले पहने कपड़े, आंखों में आंसू। बस एक ही गुहार मेरे बेटे की कोई आरोन पुलिस थाने में रिपोर्ट लिखवा दे, मेरे बेटे की जान चली गई, कोई नहीं सुन रहा मेरी। पीएम रिपोर्ट भी तीन महीने में नहीं आई। क्या हम लोग भी जहर खाकर जान दे दें। यह दर्द था आरोन के ग्राम बमातामूड़रा