आज मेरे हाथ में हो तो मैं तो शहीद के पूरे परिवार को नौकरी लगा दूं लेकिन लगा कैसे दूं, सबसे बड़ी बात यह है कि पूरे पावर को मुख्यमंत्री ने मुट्ठी में ले रखा है। स्थिति यह है कि खेतड़ी से विधायक सिपाही का तबादला तक नहीं कर सकते, वह भी मुख्यमंत्री के हाथ में है।