रवियोग सहित अन्य योग संयोगों में वैशाख शुक्ल नवमी शनिवार को जानकी नवमी के रूप में मनाई गई। अबूझ मुहूर्त होने के साथ ही बाजारों में खरीददारी की भीड़ रही। इसके साथ ही देवालयों में जनक नंदिनी जानकी के प्राकट्योत्सव पर सीताजी का जन्माभिषेक कर षोडशोपचार पूजन किया।